जनज्वार। महिला अधिकारों के मामलों में लगभग जहन्नुम रहे पाकिस्तान में अगर कोई महिला बलात्कार के खिलाफ अपनी बच्ची के साथ इस तरह से विरोध कर पाने का साहस कर पा रही है तो उम्मीद की जानी चाहिए कि पाकिस्तान में महिला सुरक्षा का मामला भविष्य में बड़ा सवाल बनेगा।
पाकिस्तान में एक 7 वर्षीय बच्ची जैनब अंसारी के बलात्कार के खिलाफ पूरा देश उमड़ पड़ा है और जनता दोषी को सख्त से सख्त सजा देने की मांग कर रही है। बलात्कार और हत्या की यह घटना पूर्वी पाकिस्तान के पंजाब राज्य के कासुर शहर में हुई है, जहां पिछले हफ्ते बच्ची का अपहरण हुआ था। पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन के मुताबिक 7 वर्षीय जैनब अंसारी का उस समय अपरहण हुआ जब वह 4 जनवरी को धार्मिक शिक्षा का ट्यूशन लेने जा रही थी। वह उस दौरान अपनी चाची के यहां रह रही थी और बच्ची के मां—बाप सउदी अरब हज करने गए थे।
इस जघन्य वारदात के खिलाफ पूरे देश में जगह—जगह प्रदर्शन हो रहे हैं और लोगों की मांग है कि बलात्कार के बाद हत्या करने वाले अपराधी को जल्दी से जल्दी गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। लेकिन घटना के सप्ताह भर से अधिक बीत जाने के बाद भी अपराधी पाकिस्तान पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
इस आंदोलन में पाकिस्तानी न्यूज चैनल समा टीवी की न्यूज एंकर किरन नाज भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने बलात्कार के खिलाफ विरोध और सख्ती दिखाने का अलहदा तरीका अख्तियार किया, जिसकी पुरी दुनिया में चर्चा हो रही है।
कल 11 जनवरी को किरन नाज ने समा टीवी के अपने न्यूज शो को अपनी बेटी के साथ होस्ट किया। किरन नाज ने एंकरिंग करते हुए कहा —
आज मैं टीवी होस्ट किरन नाज नहीं, बल्कि एक मां की हैसियत से अपनी बच्ची के साथ यहां बैठी हूं। इस मुल्क में एक दिन में दर्जनों लोगों का शहीद हो जाना बड़ी बात नहीं है। कौन मारता है, क्यों मारता है? इस सवाल का जवाब कभी नहीं मिलता। मगर किसी ने कहा है कि जनाजा जितना छोटा होता है, उतना ही भारी होता है। और आज एक ऐसा ही जनाजा कासुर की सड़कों पर रखा है। पूरा पाकिस्तान उसके बोझ तले दबा हुआ है...इसके अलावा आज मेरे पास कुछ नहीं है बताने को।'
पूर्वी पाकिस्तान के शहर कासुर में रहने वाली इस जैनब अंसारी के साथ यह नृशंश घटना तब हुई जब वह किसी रिश्तेदार के बच्चे के साथ घर से बाहर निकली थी। वह धार्मिक शिक्षा का ट्यूशन पढ़ने अपने चचेरे भाई के साथ जा रही थी। वह बच्चा भी जैनब की उम्र का ही था। उसी दौरान उसका अपहरण कर लिया गया और अभी दो दिन पहले बच्ची का शव कचरे के डिब्बे में मिला। घटना के समय मां—बाप तीर्थयात्रा करने सउदी गए थे ।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में महिला सुरक्षा के सवालों को उठाने का मुख्य स्वंयसेवी संस्थाएं करती हैं। वर्ष 2000 से पहले तक महिला अपराधों को लेकर न तो सरकार की कोई पहल थी और न ही समाज की। सामुहिक बलात्कार की घटनाओं के अलावा परिवार और आसपास होने वाले महिला अपराधों को वहां समाज गिनता ही नहीं था।
ऐसे में बच्ची के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले में जबर्दस्त प्रदर्शन् और विरोध बता रहा है कि आने वाले समय में भारत के साथ—साथ पाकिस्तानी समाज भी महिलाओं के प्रति अधिक संवदेनशील और सम्मान वाला बनेगा।
देखिए किरन नाज का वीडियो :