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समाज

15 दिन में 5 बार बिकी और 100 बार हुआ बलात्कार

Janjwar Team
1 Aug 2017 6:53 PM GMT
15 दिन में 5 बार बिकी और 100 बार हुआ बलात्कार
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ये वही दिल्ली है जहां 15 साल की लड़की को 15 दिन में 5 बार जिस्म के दलाल बेच देते हैं और तकरीबन 100 बार उसका शरीर नोचा जाता है।मगर सरकारें दावा करती हैं कभी लाखों कैमरे लगाने का तो कभी महिला सुरक्षा दल बनाने का...

दिल्ली से स्वतंत्र कुमार की ग्राउंड रिपोर्ट

दस जुलाई 2017 की शाम को 15 साल की सिमरन (नाम परिवर्तित) संगम विहार एरिया में अपने नाना—नानी से झगड़ा कर अपने दोस्त से मिलने के लिए निकल पड़ती है। चूंकि सिमरन के मम्मी पापा का देहांत जब वो छोटी थी तभी हो था, इसलिए नाना—नानी ने पाल—पोस कर उसे बड़ा किया था।

सिमरन इस बात से अनजान थी कि आज वो जिस तरह घर से कदम बाहर निकाल रही है, वो उसकी ज़िंदगी को ऐसे तहस नहस कर देगा की शायद ही वो फिर उस सदमे से बाहर निकल सके।

खैर, सिमरन शाम को अपने नाना—नानी के घर से निकल कर एक एसटीडी बूथ पर जाती है और अपने उस दोस्त को फोन करती है जिसके साथ उसने घर से भागने की तैयारी की हुई थी। सिमरन ऐसा इसलिए करती है क्योंकि नाना—नानी के घर उसे प्यार नहीं मिला था, मिली थी तो सिर्फ दुत्कार और मार।

सिमरन का फोन सुनकर उसका दोस्त साथ भागने से मना कर देता है। उदास सिमरन वही बैठ जाती है। पास में एक कूड़ा बीनने वाले की नजर सिमरन पर पड़ती है। सिमरन को देखकर वो उसके पास आता है और उसकी परेशानी पूछता है। परेशान सिमरन उस पर भरोसा करके उसे सब बता देती है।

कूड़ा बीनने वाला लड़का उसे झांसे में लेकर कहता है कि वो उसे उसके दोस्त के पास छोड़ देगा। सिमरन उसके साथ चल देती है। वो लड़का उसे एक सुनसान जगह पर ले जाता है और उसके साथ रेप करता है। ये सब इस दिल्ली की गलियों में हो रहा था जहां दुनिया बहुत तेजी से भागती है और जहां किसी के लिए किसी के पास वक़्त नहीं है।

रेप करने के बाद वो सिमरन को किसी दूसरे लड़के के पास कुछ हजार रुपए में बेच देता है। ये लड़का भी सिमरन को अपनी हवस का शिकार बनाता है और साथ में कई लोगों के सामने पेश करता है। सिमरन की तकलीफ यही खत्म नहीं होती, उसको समझ ही नहींं आ रहा कि उसके साथ क्या हो रहा है।

ये दूसरा आदमी सिमरन को तीसरे के पास बेच देता है और तीसरा भी सिमरन को अपनी हवस का शिकार बनाता है और आगे चौथे आदमी से सिमरन का सौदा कर देता है। ये चौथा आदमी भी सिमरन को नहीं छोड़ता और वो भी उसके साथ रेप करता है।

अब सिमरन को सबसे ज्यादा बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ता है, जिसका उसको आभास भी नहीं था। चौथा आदमी सिमरन को सनलाइट कॉलोनी के एक ऐसे आदमी को बेचता है, जिसका पूरा परिवार जिस्मफरोशी के धंधे को फैमिली बिज़नेस की तरह चला रहा है।

10 दिनों में ही 15 साल की सिमरन 5 बार बेच दी जाती है। उधर संगम विहार पुलिस के पास सिमरन के नाना उसके गायब होने की शिकायत देने जाते हैं। पुलिस उनकी शिकायत पर गुमशुदगी और किडनेपिंग की एफआईआर दर्ज कर लेती है। इधर सनलाइट कॉलोनी में रहने वाला परिवार सिमरन को होटलों में क्लाइंटस के पास भेजने लगता है।

चिराग जिसका बाप जिस्मफरोशी का धंधा करता है, वो सिमरन को नोएडा के एक होटल में धंधे के लिए भेजता है। वहां कई लोग उसको अपनी हवस का शिकार बनाते हैं। अब तक 29 जुलाई हो चुकी है और सिमरन को करीब 50 से 60 लोगों द्वारा रौंदा जा चुका है।

सिमरन होटल के कमरे में बैठकर रोती है, तो होटल में काम करने वाली एक महिला उसके पास आ जाती है वो उसको अपनी सारी आपबीती बताती है। होटल में काम करने वाली महिला को भी इस बात का डर है कि कहीं चिराग और उसके बाप को पता चल गया तो उसके लिए भी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। क्योंकि उसी होटल में चिराग का परिवार जिस्मफरोशी का धंधा जो करता है।

इससे पहले होटल में काम करने वाली महिला सिमरन की कुछ मदद कर पाती, उसको लेने के लिए एक कैब आ जाती है। सिमरन कैब में बैठ जाती है। इस कैब का इस्तेमाल सिमरन जैसी लड़कियों को होटल लाने ले जाने के लिए किया जाता है। सिमरन कैब में बैठकर ड्राइवर को सारी कहानी बताती है।

सिमरन की दर्दनाक कहानी सुनकर ड्राइवर बोलता है कि वो भीड़ वाली जगह पर जाकर गाड़ी रोक देगा। उसकी गाड़ी के पीछे जो उससे धंधा कराने वाले लोग जैसे ही कैब के पास आएंगे, तो वो शोर मचा दे ताकि लोग जमा हो जाए।

सनलाइट कॉलोनी के पास आकर ड्राइवर गाड़ी रोक देता है। वहां गाड़ी रुकते ही वो लोग जैसे ही सिमरन के पास आने को कोशिश करते हैं, सिमरन शोर मचा देती है और गाड़ी का दरवाजा खोलकर सामने बने गुरुद्वारे की तरफ दौड़ लगा देती है। वहां कुछ लोग खड़े थे, उनके पास जाकर सिमरन गिर जाती है और बेहोश हो जाती है। रात का वक़्त होने की वजह से ड्राइवर अपनी कैब लेकर दौड़ जाता है और ट्रेफिकर्स भी भाग जाते हैं।

गुरुद्वारे वाले लोग 100 नंबर पीसीआर को फ़ोन कर देते हैं। पीसीआर आती है, रात होने की वजह से उसे शेल्टर होम में छोड़ कर आ जाती है। अगले दिन जब उसका एम्स में मेडिकल होता है औऱ उसकी काउंसलिंग होती है तो सिमरन की कहानी सुनकर सबके होश उड़ जाते हैं।

सनलाइट पुलिस का एसएचओ एक स्पेशल टीम का गठन करता है और फिर रेड शुरू होती है। सबसे पहले चिराग के बाप को अरेस्ट किया जाता है, जो एक पढ़ा लिखा एमबीए है। उसने पूछताछ में बताया कि जिस्मफरोशी के धंधे में बहुत प्रॉफिट है, इसलिए उसने उसे प्रोफेशन बनाया।

पुलिस की रेड शुरू होती है तो एक के बाद एक चैन बनती चली जाती है और पुलिस एक एक करके सभी पांचों लोगो को अरेस्ट कर लेती है, जिन्होंने सिमरन को बेचा था। अब संगम विहार पुलिस से संपर्क साधा जाता है। सिमरन के नाना—नानी को बुलाया जाता है सिमरन की पूरी दास्तान बताई जाती है।

पहले से ही सिमरन को कम पसंद करने वाले उसके नाना—नानी की सहानुभूति उसके साथ होती है, पर वो उसे अपने साथ घर ले जाने से मना कर देते हैं। फिलहाल सिमरन ट्रॉमा में है। उसकी लगातार कॉउंसलिंग की जा रही है और उसे एक शेल्टर होम में रखा गया है।

अब आगे सिमरन की जिंदगी में क्या होगा, ये उसको भी नहींं पता। लेकिन उसकी आत्मा पर जो गहरे निशान दरिंदों ने बनाये हैं, वो शायद ही कभी मिट पाएं। उधर पुलिस का कहना है उन्होंने इस केस में बहुत तेज़ी से काम करते हुए 24 घंटे के अंदर सबको गिरफ्तार कर लिया और सभी सलाखों के पीछे हैं।

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