Begin typing your search above and press return to search.
समाज

देश में लड़कियों के लिये बलात्कार और हत्याओं के ही तोहफ़े हैं

Janjwar Team
13 April 2018 10:42 AM GMT
देश में लड़कियों के लिये बलात्कार और हत्याओं के ही तोहफ़े हैं
x

8 साल की बच्ची के साथ हुई दरिंदगी पर चौतरफा पड़ते दबाव के बाद अब खुली मोदी की जुबान, बोले उन्नाव और कठुआ पर जिस तरह की चर्चा दो दिनों से हो रही वह नहीं हो सकती एक सभ्य समाज का हिस्सा

सोशल मीडिया पर उबल पड़ा है देश, मांओं ने अपनी बच्चियों की तुलना आसिफा से करते हुए लिखा हमारी भी बेटियां हैं...

जनज्वार, दिल्ली। जम्मू कश्मीर के कठुआ में सात साल की बच्ची आसिफा को भूखे पेट हफ्ते भर तक मंदिर में बलात्कार के बाद जिस नृशंसता से मौत के घाट उतार दिया, उसे सोचकर ही रूह कंपकंपा रही है। देश इस घटना से सन्न है, तो दूसरी तरफ उन्नाव गैंगरेप में पीड़िता के पिता की मौत और बीजेपी द्वारा बलात्कारी विधायक को गिरफ्तार न करने से भी आम जनता में गुस्सा भरा पड़ा है और इसकी अभिव्यक्ति सोशल मीडिया पर हो भी रही है।

भारत में महिला आयोग और महिला विकास मंत्रालय है या उठ चुकी है अर्थी

मगर इस मामले में इतनी देरी तक खामोश रहे तो अपने मिस्टर पीएम! जो बात—बात पर ट्वीट करने के लिए जाने जाते हैं। अब जाकर मोदी उन्नाव और कठुवा रेप पर बोले हैं कि कोई अपराधी बख्शा नहीं जाएगा। पिछले दो दिनों से होने वाले घटनाओं पर चर्चा एक सभ्य समाज का हिस्सा नहीं हो सकती है। एक देश के रूप में, एक समाज के रूप में हम सभी इसके बारे में शर्मिंदा हैं।'

8 साल की बच्ची का सात दिन तक बलात्कार करने वाले जानवर

यानी 7 लोग भूखी—प्यासी एक बच्ची के साथ हिंदुओं के पवित्र धार्मिक स्थल में सात दिन तक जानवरों से भी बदतर तरीके से बलात्कार करते हैं, और समाज इस पर चर्चा भी न करे, वाह मिस्टर मोदी।

यह भी पढ़ें :7 दरिंदों ने मंदिर में किया 4 दिन तक बच्ची का सामूहिक बलात्कार, हत्या पर सोए रहे भगवान

लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर मोदी क्यों चुप रहे हैं इन दोनों मामलों में। क्या कठुआ बलात्कार कांड के बारे में सोचकर रूह नहीं कांपी होगी मोदी कि या वो भी अपने जिम्मेदार बीजेपी नेताओं की तरह इस कांड को पाकिस्तान प्रायोजित करार देने के लिए बयान तैयार कर रहे हैं।

मोदी की इतने जघन्य बलात्कार कांडों पर मोदी की चुप्पी और अपने विधायक के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, मिस्टर पीएम इतने जघन्य बलात्कार कांड में आपकी चुप्पी अस्वीकार्य है।

बलात्कारी विधायक है पुराना संघी, इसलिए योगी नहीं कर रहे उस पर हाथ डालने की हिम्मत

कठुआ घटना पर तो न सिर्फ पूरा देश स्तब्ध है, बल्कि जल्दी से जल्दी उन 7 खूंखार दरिंदों के खिलाफ कार्रवाई चाहता है, जिन्होंने 7 साल की भूखी—प्यासी बच्ची के साथ अमानवीयता की हदें पार करते हुए बलात्कार किया।

सोशल मीडिया पर #JusticeForAsifa ट्रेंड कर रहा है, लोग आसिफा के साथ अपने बच्चियों और अपना फोटो शेयर कर रहे हैं कि वह भी इन्हीं की तरह थी। कई लोग #JusticeForAsifa लिखकर अपने प्रोफाइल के साथ आसिफा का फोटो शेयर कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें : बीजेपी एमएलए द्वारा बलत्कृत महिला के पिता की संदिग्ध हालत में मौत, कल किया था योगी आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास

कठुआ कांड पर ख्यात लेखिका मैत्रेयी पुष्पा लिखती हैं, 'आसिफा, तुम्हें लडकी होने की सज़ा मिली। अब समझ गये आप कि क्यों उदास हो जाता है पिता लडकी के जन्म पर। डर जाता है कि वह अपनी बच्ची को धार्मिक और राजनीतिक दरिन्दों से बचा नहीं पायेगा। देश में लड़कियों के लिये बलात्कार और हत्याओं के ही तोहफ़े हैं।'

फेसबुक पर मोनिका सक्सेना ने अपनी बच्ची के साथ आसिफा की फोटो शेयर करते हुए लिखा है, 'परी और आसिफा क्या फर्क है इनकी मासूमियत में। आसिफा के लिए न्याय मांगने को मेरा इतना ही तर्क है कि मेरी भी दो बेटियां हैं। भगवान राम 33 करोड़ देवताओं के साथ प्रकट होकर या भारत माता तिरंगा लेकर आ जाएं तो क्या ये कह देंगे कि आसिफा के साथ ठीक हुआ। उस मंदिर के भगवानों ने भी आत्महत्या कर ली होगी। आसपास किसी गटर में लाश पड़ी होगी उनकी, मर ही जाना चाहिए ऐसे ईश्वर को, जो आठ साल की प्यारी सी बच्ची को राक्षसों से नहीं बचा सका। आसिफा हमारी परी जैसी थी, वह सात साल की है।'

उन्नाव और कठुआ को लेकर दिल्ली में जनसंगठनों का प्रदर्शन

गौरतलब है कि महिलाओं, बच्चियों के खिलाफ जिस तरह की नृशंस घटनाएं सामने आई हैं, उन स्तब्ध कर देने वाली घटनाओं में पीएम मोदी को जिम्मेदारीपूर्ण न सिर्फ कोई कार्रवाई करनी चाहिए थी, बल्कि कुछ ऐसा बयान भी देना चाहिए था, जिससे पीड़ितों को थोड़ा सुकून मिलता।

सवाल उठने लगे हैं कि भारत में महिला आयोग और महिला विकास मंत्रालय है या उनकी अर्थी उठ चुकी है। बेटी बचाओ—बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली मोदी सरकार ने महिला आयोग और महिला विकास मंत्रालय का गला घोंटकर रख दिया है, जो जघन्य से जघन्य महिला अपराधों पर मुंह तो नहीं ही खोल पाते हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो अब तक कोई उचित कार्रवाई और बयान आ चुके होते।

मोदी और उनके जिम्मेदारी महिला मंत्रियों सुषमा स्वराज, स्मृति ईरानी और मेनका गांधी की कठुआ बलात्कार कांड और उन्नाव गैंगरेप पर चुप्पी से विदेशी मीडिया में भी उनकी खूब आलोचना हो रही है।

गौरतलब है कि मोदी कैबिनेट की ताकतवर मंत्री सुषमा स्वराज वही हैं जो निर्भया कांड के बाद ऐसा भाषण दे रही थीं कि सबकी आंखों में आंसू आ जाएं। अब क्यों नहीं बोल रही हैं एक बच्ची के साथ हुई नृशंसता पर और बलात्कार की कीमत अपने पिता की जान देकर चुकाने वाली उन्नाव गैंगरेप पीड़िता पर।

पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हेंडल से ट्वीट किया है, मिस्टर पीएम इस मसले पर आपकी चुप्पी अस्वीकार्य है, जिसकी कोई माफी नहीं है। महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर आपका क्या कहना है, रेप और हत्या के आरोपियों को राज्य द्वारा क्यों बचाया जा रहा है? देश आपके जवाब का इंतजार कर रहा है।' राहुल गांधी ने यह ट्वीट #SpeakUp के साथ किया है।

राहुल गांधी ने कठुआ और उन्नाव में गैंगरेप की घटना के विरोध में कल रात इंडिया गेट पर कैंडल मार्च में हिस्सा लेते हुए कठुआ में आठ साल की बच्ची के बलात्कार और हत्या की घटना को ‘अकल्पनीय नृशंसता’ बताया। कैंडल मार्च में पहुंची प्रियंका गांधी ने कहा मां होने के नाते मुझे भी डर लगता है।

Janjwar Team

Janjwar Team

    Next Story

    विविध